महाराष्ट्र में 335 मरीजों का एनालिसिस किया, इसमें 67% संक्रमितों में बीमारी के लक्षण ही नहीं नजर आ रहे हैं

मुंबई. महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण बेकाबू होता जा रहा है। यहां शुक्रवार को संक्रमितों का आंकड़ा 423 तक पहुंच गया। वहीं, राज्य में अब तक 21 लोगों की मौत भी हो चुकी है। कोरोना के लक्षण को समझने के राज्य के मेडिकल एजुकेशन और ड्रग विभाग ने बुधवार तक संक्रमित मिले 335 मरीजों का एनालिसिस किया। इसमें बीमारी के लक्षण, बॉडी पर असर और ट्रांसमिशन को समझने की कोशिश की। इसमें कुछ अहम बातें निकल कर आई हैं।


67% संक्रमितों में कोरोना बीमारी के लक्षण ही नहीं 


335 मरीजों के एनालिसिस में यह बात सामने आई कि कोरोना के संक्रमित मिले 67% लोगों में इसके लक्षण ही नजर नहीं आ रहे हैं। यानी कोरोना संक्रमण के जो लक्षण होते हैं जैसे खांसी-जुकाम या बुखार वह इनमें नहीं है। लेकिन, रिपोर्ट में वायरस की पुष्टि हो रही है। इनमें से कई ऐसे भी हैं जिनकी दो-दो बार तक रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। हालांकि, डॉक्टरों का कहना है कि कई बार कोरोना संक्रमण बाद में असर दिखाता है या फिर कई बार व्यक्ति को खुद के संक्रमित होने का पता ही नहीं चलता है। लेकिन वह दूसरो को संक्रमित करता रहता है।  


41- 50 साल के बीच के लोग ज्यादा हुए संक्रमित
41 से 50 साल के बीच के लोग ज्यादा संक्रमित हुए हैं। डॉक्टर इसका कारण इस उम्र के लोगों का घर से ज्यादा बाहर निकालना मानते हैं। ऐसे में संक्रमण का एक कारण यह भी हो सकता है। वहीं, सबसे कम 81-90 साल के बीच हैं। माना जा सकता है कि इस उम्र के लोग घरों में रहते हैं। ऐसे में संक्रमण से बचे रहे। आठ ऐसे भी मरीज हैं जिनकी उम्र 1 से 10 साल के बीच है।